अक्सर हम दांत और मसूड़े से जुड़ी कई समस्यायों के बारे में सुनते हैं और आज के समय में दातों और मसूड़ों को स्वस्थ रखना लोगों के लिए बहुत ज्यादा मुश्किल होता जा रहा है, क्योंकि बदलती जीवनशैली की वजह से लोग अपने खाने पीने में बहुत ज्यादा लापरवाही बरतते हैं, और अच्छे से दातों की देखभाल नहीं करते ये इसका मुख्या कारन होता है। जिसकी वजह से उनको दांतों और मसूड़ों से जुडी कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। जैसे कि मुंह से बदबू का आना, दांतों में दर्द और मसूड़ों में सूजन आदि होना।
इसके अलावा कई लोग ऐसा समझते हैं कि उनके दांत चमकदार है, यानी उनके दांत और मसूड़े बिल्कुल स्वस्थ है। पर ऐसा बिकुल नहीं होता दातों का चमकदार होना इस बात की पुष्टि नहीं करता है की उनके दांत और मसूड़े स्वस्थ हैं। कई बार दांतों की समस्यायों का पता नहीं चल पाता है, इसलिए यह बहुत ज़्यादा जरूरी हो जाता है की अपने दांतों की नियमित जांच करवाएं। ताकि समस्या का पता चलते ही समय पर इलाज किया जाये।
दांत और मसूड़े स्वस्थ होने के संकेत
1. गुलाबी मसूड़े
आम तौर पर मुंह के समग्र स्वास्थ्य में स्वस्थ मसूड़े बहुत ज़्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। आपको बता दें की गुलाबी मसूड़े इस बात को दर्शाते हैं की आपके दांत और मसूड़े पूरी तरह से स्वस्थ और मजबूत है। अगर आपके मसूड़े सफेद या फिर लाल है, तो ऐसे में आपको अपने दाँतों की तरफ़ बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूररत हो सकती है। इसके आलावा जब आप अपने मसूड़ों पर हाथ फेरते हैं, तो आपको दर्द या झनझनाहट महसूस होती है, तो ये भी मसूड़ों की समस्या होने का एक साकेत हो सकता है।
2. साफ और गुलाबी जीभ
आपको अपनी जीभ को नियमित रूप से ब्रश करके साफ करना चाहिए ताकि जीभ के ऊपर प्लाक का जमाव दूर हो सके। और इस बात को ध्यान रखना की दिन भर पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर अपनी जीभ को हाइड्रेटेड रखें। जैसे मसूड़ों के रंग से उनके स्वस्थ होने का पता लगाया जाता है वैसे ही जीभ के रंग से उसके स्वास्थ्य का पता चलता है। मसूड़ों की तरह जीभ भी गुलाबी रंग की होनी चाहिए। अगर जीभ पर सफेद रंग की परत जमी हुई है, तो आपको अपनी जीभ की साफ सफाई की तरफ ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। अगर आपकी जीभ से किसी भी तरह की बदबू आती है और जीभ में सूखापन हो जाता है या फिर आपको कुछ भी खाने से स्वाद का पता नहीं चलता, तो इस पर आपको तुरंत ध्यान देने की जरूरत होती है।
3. मजबूत और साफ दांत
दांत प्राकृतिक रूप से बालिग होने तक मजबूत रहते हैं। ये एक तरीके का संकेत होता है कि आपके दांत पूरी तरह से स्वस्थ हैं। अगर आपके दांत कुछ भी खाते पीते वक्त दर्द या फिर हिलते नहीं हैं, आपके दातों में कीड़े नहीं हैं और दातों पे पिली परत नहीं बनी हुई है तो ये एक स्वस्थ दातों का संकेत होता है। वहीं अगर आपको कुछ भी खाने पर दर्द या दांतों का हिलना जारी रहता है, तो आपको किसी अच्छे डॉक्टर को अपने दांतों को दिखाने की जरूरत होती है।
4. ब्रश करते समय परेशानी का न होना
रोजाना अपने दांतों को ब्रश करना मुंह की सफाई दिनचर्या का एक बहुत जरूरी हिस्सा है। जब आप अपने दातों को ब्रश से साफ़ करते हैं, तो स्वस्थ दांतों और मसूड़ों में दर्द, झनझनाहट और खून नहीं निकलता है। अगर आपके दांतों में से खून या फिर दर्द होता है, तो इसको अनदेखा न करें।अगर आपको दांतों की कोई भी समस्या महसूस हो रही है, आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष :
साफ़ और चमकदार दांत व्यक्ति कि शख्सियत को निखारते हैं। और मुँह की अच्छी सफाई जैसे कि सांसों से दुर्गंध न आना एक अच्छी दिनचर्या की शुरुआत होती है। पर लोगों का खान पान दांतों की सेहत पर बुरा प्रभाव डालता है, जैसे मुँह से बदबू आना। दातों और मसूड़ों का मजबूत न होना। सिर्फ दातों का सफेद होना मसूड़ों का मजबूत होना नहीं है। मसूड़ों और दातों के स्वस्थ होने के लिए मसूड़े का गुलाबी होना, मुंह से बदबू आना ( सांसों से आने वाली तटस्थ गंध), ब्रश करते समय किसी भी तरह परेशानी का न होना और मजबूत और साफ दांत का होना संकेत होते हैं। दातों कि नियमित सफाई करकर और नियमित डॉक्टरी जाँच करवा के अपने दातों को स्वस्थ रखा जा सकता है और अगर आपको अपने मसूड़ों में किसी भी तरिके की कोई परेशानी नज़र आती है तो इसको बिलकुल भी नज़र अंदाज न करें। दांतों की नियमित जांच करवाना एक अच्छा विकल्प होता है। अगर आपको अपने दातों और मसूड़ों में स्वस्थ होने के साकेत नहीं मिलते तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। अगर आपको भी दांतों की समस्या है और आप इसका इलाज ढूंढ रहे हैं तो आप आज ही स्माइल जोन डेंटल सेंटर में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से अपना इलाज करवा सकते हो।